earthquake

सोमवार, 30 मार्च 2020

A horoscope study

My Observations: (28/04/1977 @ 6.56am) She is down with psychological problem. I saw this horoscope on face book with some other study. but i am writing here as i feel with this horoscope.
1. She down with this problem due to 5th house and fourth house. Fourth house is related with mantel health and fifth is related for wisdom. And we can study 9th house also as per bhavat bhavam principal.
2. And all these house and their lords will be study in Navamsha D9 and Trimamsha D30 also.
3. And dasha also.

LAGNA:

1. LAGNA is affected or under PAC with Venus’s Bharni Nakshtra.
2. Under the rahu ketu axis
3. With sixth lord mercury, which is again on Bharni nakshtra and combust and retrograde. Keep in mind Budh is symbol of brain.
4. Moon, which is karka of mind and on 1 degree of Leo, which is also bad. Moon is fourth lord also. Under the impression of ketu.
5. Fifth lord sun in lagna but again in rahu ketu axis and with sixth lord and also on bharni nakshatra.
= SO WE CAN SAY THE FOURTH AND FIFTH HOUSE AND THEIR LORD ARE NOT GIVING THE GOOD RESULTS. AND LAGNA AND LAGNA LORD BOTH ARE AFFECTED WITH VENUS. AND VENUS IS MARKA FOR ARISE LAGNA.

NAVAMSHA - D9 :
1. Eight house of Lagna is now ascendant of navamsa kundli. Indicating the bad sign for this.
2. Again 5th house and lord of fifth house under impression of malefic planets and place in sixth house. 6th and 8th lord also aspect the 5th house.
3. Again 4 house and 4th lord with 12th lord Venus. and Venus is marak for Scorpio horoscope.

TRIMSHAMSHA D30:
1. The marak rashi for lagna and navamsha is lagna lord in D30.
2. Lagna, fourth and fifth house are in malefic impression.
3. Lord of lagan and fourth and fifth also in malefic influences.

DASHA:
1. Problem started in 1996 under the dasha of venus and Saturn.
2. Next three dasha venus, sun and moon was bad going dasha for her.
3. Now mars is giving little relex but not cure. But not far from cure.
4. In rahu all will ………..

शनिवार, 21 मार्च 2020

corona virus, astrological study

आज सम्पूर्ण विश्व कोरोना नामक संक्रमण फैलानी वाली महामारी से ग्रस्त है, जिसकी चपेट में लगभग सभी देश आ चुके हैं।  इसीलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक आपदा घोषित किया है।  अब इसका प्रसार एवं प्रकोप भारत में भी अपने पैर पसार चुका  है।

आइये इस वर्तमान स्थिति को ज्योतिष के नजरिये से समझने का प्रयत्न करते हैं।
होरा ज्योतिष या संहिंता ज्योतिष , ज्योतिष के सभी सिद्धांत कालपुरुष की कुंडली के आधार पर ही मान के तय किये गए हैं तो इसीलिए हम भी कालपुरुष की ही  कुंडली का अध्ययन व विश्लेषण करेंगे।

दिनांक : 20/03/2020 , समय :07.37.34, DELHI

कालपुरुष की लग्न कुंडली - D1


चूँकि ये कोरोना वायरस बीमारी संक्रमण से फैलती है और संक्रमण के लिए वायु तत्व से अध्ययन किया जाता है , इसीलिए इसमें वायु तत्व की तीनों राशियों (3 ,7 ,11 ) मिथुन , तुला और कुंभ का अध्ययन किया जायगा।

इसके साथ साथ त्रिक भावों का (6 ,8 ,12 ) षष्ठम ,अष्ठम और द्वादश भावों का भी अधययन जरुरी होगा। 

 इन राशियों और भावों का तुलनात्मक अध्ययन लग्न कुंडली (D1), नवांश कुंडली (D9) और त्रिंशांशा कुंडलियों (D30) में भी  किया जाना जरुरी है। इसीलिए हम इन तीनो कुंडलियों का ही अध्ययन करेंगे।

इसके अलावा 90 अंश और उसके गुणक यानि 90/180/270/360 अंश का भी अध्ययन करना होगा।  यूँ तो इन अंशो में कुंडली का 6,8,12 भाव तो होते ही हैं बस एक नवम भाव अतिरिक्त जुड़ जाता है , और मेदिनी ज्योतिष में इन अंशो को अशुभ माना  जाता है।

                                                     कालपुरुष की लग्न कुंडली - D1



लग्न कुंडली का विश्लेषण :


  1. लग्न भाव पर द्वादेश गुरु की व केतु का द्रिष्टि प्रभाव है। 
  2. लग्न भाव में सप्तमेश शुक्र विराजमान है और सप्तम भाव से युद्ध का भी या युद्ध जैसी स्थिति का भी विचार किया जाता है। 
  3. लग्नेश मंगल नवम भाव में द्वादश एवं नवमेश  गुरु और केतु के अशुभ प्रभाव में है। 
  4. लग्नेश मंगल और नवमेश और द्वादेश बृहस्पति दोनों ही अंशात्मक युति में है जो की 268 अंश पर है जो की 270 अंश के नजदीक ही हैं , इन अंशो पर अशुभ भावो के मालिक अशुभ प्रभाव ही देते हैं। 
वायुतत्व राशियाँ : (3,7,11)

  1. मिथुन राशि पर राहु विराजमान हैं और अष्टमेश मंगल ,  नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति  और केतु , इन सब अशुभता का प्रभाव है जो की वायु संक्रमण की पुष्टि करता है।  मिथुन राशि अधिपति बुध स्वयं एक अन्य वायु तत्व राशि कुम्भ में स्थित हैं 
  2. तुला राशि पर शनि की दशम द्रिष्टि है  जो की स्वयं अन्य वायु राशि अधिपति हैं और सप्तमेश शुक्र पर केतु और  नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति  का द्रिष्टि प्रभाव है इसके साथ साथ शुक्र स्वयं शुक्र के ही नक्षत्र में है , ये सब भी वायु द्वारा संक्रमण को ही बताते हैं। 
  3. कुंभ राशि में बुध विराजमान है जो की अन्य वायु तत्व राशि मिथुन के अधिपति हैं ,राहु के भी प्रभाव में  है और किसी भी वायरस संक्रमण के लिए राहु करक होते हैं। कुम्भ राशि के स्वामी शनि भी 275 अंशो पर स्थित हैं जो की 270 अंश के नजदीक ही है। 
त्रिक भाव : 6 ,8 ,12 भाव :
  1. षष्ठेश बुध वायु तत्व राशि कुम्भ में विराजमान हैं और राहु से भी द्र्ष्ट हैं। 
  2. अष्टमेश मंगल नवम भाव में राहु केतु और  नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति के अशुभ प्रभाव में है। अष्टमेश मंगल वायु तत्व राशि मिथुन पर अपना प्रभाव डाल  रहे है। और साथ ही द्वादस भाव को भी प्रभावित करते हैं।  
  3. द्वादश भाव में सूर्य बैठे है और अष्टमेश मंगल की चतुर्थ दृष्टि है , द्वादशेश  गुरु भी राहु केतु और मंगल के प्रभाव में अशुभ प्रभाव ही दे रहे है। साथ साथ ही लग्न को और अन्य वायु तत्व राशि मिथुन को प्रभावित करते हैं। 
= उपरोक्त विश्लेषण से स्पष्ट होता है की लग्न कुंडली में तीनो वायु तत्व राशियां पीड़ित हैं और त्रिक भाव के अशुभ प्रभाव साथ वायु संक्रमण द्वारा बीमारी की पुष्टि करते हैं। 




कालपुरुष कुंडली का नवांश - D9



नवांश कुंडली का विश्लेषण :


नवांश कुंडली को स्वतंत्र  कुंडली की तरह भी अध्ययन करना चाहिए और इसके साथ साथ नवांश कुंडली लग्न कुंडली का  प्रमाणिक अध्ययन  भी करती है।


  1. लग्न भाव पर नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति  की व राहु का द्रिष्टि प्रभाव है। इसके साथ सप्तमेश शुक्र भी लग्न को देखते है। 
  2. लग्नेश मंगल नवम भाव में द्वादशेश  एवं नवमेश  गुरु, राहु  और छठे भाव के स्वामी बुध  के अशुभ प्रभाव में है। 
वायु तत्व राशियाँ : 3 ,7 ,11 
  1. मिथुन राशि पर केतु  विराजमान हैं और अष्टमेश मंगल ,  नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति, राहु, और छठे भाव के स्वामी बुध,  इन सब अशुभता का प्रभाव है जो की वायु संक्रमण की पुष्टि करता है।  मिथुन राशि अधिपति बुध स्वयं भी अशुभता के प्रभाव में हैं। 
  2.  तुला राशि में राशि अधिपति शुक्र स्वयं है। 
  3. कुम्भ राशि में भी अधिपति शनि बैठे है।  और सूर्य के द्वारा देखे जा रहे है। 
  4. नवांश कुंडली में तीनो वायु तत्व राशियाँ अपने स्वामी द्वारा देखी जाती हैं। 
त्रिक भाव : 6 ,8 ,12 

  1. षष्ठेश बुध नवम भाव  में विराजमान हैं और केतु से भी द्र्ष्ट हैं और साथ साथ अश्टमेष मंगल और द्वादशेश गुरु के साथ भी दृष्टि  सम्बन्ध में है।  
  2. अष्टमेश मंगल नवम भाव में राहु केतु और  नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति के अशुभ प्रभाव में है। अष्टमेश मंगल वायु तत्व राशि मिथुन पर अपना प्रभाव डाल  रहे है। और साथ ही द्वादश  भाव को भी प्रभावित करते हैं। और अष्टम भाव पर शनि की दृष्टि भी है। 
  3. द्वादश भाव पर  मंगल की चतुर्थ दृष्टि है , द्वादशेश  गुरु भी राहु केतु और मंगल के प्रभाव में अशुभ प्रभाव दे रहे है। और  लग्न को और अन्य वायु तत्व राशि मिथुन को प्रभावित करते हैं।

कालपुरुष कुंडली का त्रिंशांश - D30


त्रिंशांश कुंडली का विश्लेषण :

किसी भी कुंडली के अशुभ प्रभावों की जाँच त्रिंशांश कुंडली में ही की जाती है , कह सकते हैं की कुंडली के अशुभ प्रभाव त्रिंशांश कुंडली में ही प्रमाणिक होते हैं  या स्पष्ट होते हैं। 

  1. लग्नेश मंगल जो की अश्टमेष भी हैं सप्तम भाव में मौजूद हैं साथ में नवमेश और द्वादशेश  बृहस्पति का भी लग्न और लग्नेश पर प्रभाव है। 
  2. तीनो वायु तत्व राशियाँ मिथुन , तुला और कुम्भ  पापी ग्रहों और पाप भावों के स्वामियों से देखीं जाती हैं या यु कहे की उनके प्रभाव में हैं। 
  3. त्रिक भावों के स्वामी भी (6 ,8 ,12 ) तीनो वायु तत्व राशियों को अपने प्रभाव में  रखे हुए हैं और वायु संक्रमण की पुष्टि करते हैं।  
त्रिंशांश कुंडली में बिलकुल साफ़ समझ  आता है की की कुंडली में  अशुभता की प्रधानता दिखाई देती है।और

*** हमने सिर्फ वायु तत्व रशिया और त्रिक भावों का ही अध्ययन किया है , कारक और भी बहुत से है जो ज्ञात भी है किन्तु ये दो  बिंदु ही तस्वीर को साफ़ दिखा रहे हैं। ***

कुछ और अन्य विचारणीय तथ्य :

सप्तम भाव से युद्ध का विचार किया जाता है।  आज वर्तमान में मेदिनी ज्योतिष में युद्ध की परिभाषा व्यापक रूप से लेनी होती है।  आज युद्ध का अर्थ है :-

  1. शासन का विरोध 
  2. दंगा , बगावत 
  3. साम्प्रदायिक दंगे या विवाद 
  4. अव्यवस्तित राज्य प्रबंध 
  5. जान माल की हानि 
  6. संक्रमण बीमारियां जिसमे एक साथ हज़ारो लोग मरे।  
उपरोक्त कुंडली में भी अगर सप्तम भाव को देखे तो सप्तम और सप्तमेश दोनों ही पापी ग्रह और पाप भावो के स्वामियों से पूर्ण रूप से पीड़ित हैं

= यदि बृहस्पति शुक्र से आगे हो तो पूर्व दिशा का नाश होता है, गले में पीड़ा होती है , ओले बरसते हैं।  और कोरोना वायरस पूर्व दिशा से ही फैला।

= उपरोक्त कुंडली  में  भी भाव  दिशा देखें तो पूर्व दिशा अन्य दिशाओं में  बैठे पाप ग्रहों से पीड़ित हो रही है और वर्तमान में संपूर्ण विश्व  पीड़ित हो रहा है 

= शुक्र, मंगल और शनि अगर ये तीनो वायु तत्व राशियों से सम्बन्ध रखे तो सरकारो को  युद्ध जैसी स्थति का सामना करना पड़ता है , और नवांश कुंडली भी  इस तथ्य की पुष्टि करती है।

= अगर कृष्णंमूर्ति पद्धति के अनुसार देखें तो मंगल, बृहस्पति और शनि ये तीनो ग्रह 270 अंशो  के नज़दीक ही हैं और मंगल बृहस्पति दोनों का उपस्वामी मंगल है , शुक्र राहु दोनों का उपस्वामी बृहस्पति है , केतु का उपस्वामी शनि है , अर्थात मंगल, बृहस्पति ,शुक्र, राहु, केतु ये सारे ग्रह 270 अंश पर स्थित ग्रह से सम्बंधित हैं।

= और यदि कृष्णंमूर्ति पद्धति के अनुसार भाव कारक देखे (HOUSE SIGNIFICATION) देखें तो साफ़ समाज आता है की वक्त संक्रमण वाली बीमारिया देगा :-

 वायु तत्व राशि : 

3 राशि    - बुध , शुक्र , राहु
7 राशि   - शुक्र
11 राशि  - सूर्य,चन्द्रमा , बुध , शनि

त्रिक भाव :

6  भाव - सूर्य , मंगल, बृहस्पति, शनि
8 भाव  - मंगल
12 भाव - सूर्य, मंगल, गुरु , शनि

***** अब सवाल ये है की इस से मुक्ति कब तक , तो कहा जा सकता है की अभी तो जल्दी मुक्ति नहीं मिलती इलाज  15 अप्रैल के बाद और    लगभग २ महीने तो लग ही जायँगे।  जब तक मंगल और बृहस्पति में अंशात्मक दूरी नहीं बढ़ती। जरुरत है सावधान रहने की। *****





गुरुवार, 5 मार्च 2020

Today's horoscope (05/03/2020)

1. Aries: hardworking day, drive carefully, avoid hot words with colleagues and friends,  no gain without pain, help will come from outside. 

2.: Taurus: good spoken can earn profit,  good day in office,  ready for outing, meet doctor for health issue.

3. Gemini: doubt can delay, partner is faithful, profit in work, job need extra effort. 

4. Cancer :Good day for competition,  expenditure today, take care of health. 

5. Leo: good day but profit delay, look after your children, sudden gain, good day for negotiate. 

6. Virgo: tough day in job, without mood, looking for job or change in job.

7. Libra: good opportunity,  good day, take care yourself,  drive carefully.

8. Scorpio: delay in profit,  good in work or office, speak politely,  good in education. 

9. Sagittarius: small health issue, good day for future planning,  do hardwork in education. 

10. Capricorn: follow the law, creative work, delay in money,  dispute with friends.

11. Aquarius: outing, work need more hardwork and attention,  meeting with friends,  keep tight your pocket. 

12. Pisces: congestion in chest, think twice for money metter, profit with diplomacy. 

मंगलवार, 3 मार्च 2020

आस्था और ईश्वर - 2

पता नहीं जाग रहा था या सो रहा था , सपने में आया या अवचेतन में ही था।  मगर अर्धजागृत अवस्था में बंद आँखों में ही खीर खाने की इच्छा हुई , प्रबल इच्छा , कि आज खीर खानी चाहिए।  मिलेगी या नहीं दिल यह नहीं सोच रहा था , बस यूँ  ही खीर खाने की इच्छा हुई। 

आंख खोली , लेटे लेटे ही अपने ख्याल पर पहले हैरानी हुई फिर हंसी आई , क्यूंकि  दिल की इच्छा और दिमाग की वास्तविकता में बड़ा ही फर्क होता है।  मेरे साथ भी अपवाद नहीं था।  उस मकान में , अकेले , खीर का स्वाद कल्पना में ही मिल सकता था।  क्युकी जेब की हालत तो ऐसी नहीं थी की  खुद बना के खा ली जाय , यहाँ तो चाय भी बिना दूध और चीनी के पी रहा था , और खीर , वाकई में कमाल  हो जाता अगर बना पता तो। 

सितारे गर्दिश में थे , यथार्थ की तो बात ही छोड़िये , कल्पना में भी अँधेरा ही था। खैर बिस्तर  से उठा , स्नान आदि से निवृत हो कर , परमात्मा को नमन करा,  फिर वही काली चाय।  दरवाजे पर जा के अखबार उठा लाया , अखबार पढ़ने का जो नशा होता है गज़ब का होता है , एक एक लाइन पढ़ने में जो आनंद है वो और कहाँ ! इतनी ग़ुरबत में भी अखबार वाले का बिल तो चुका ही देता था।  एक DTC बस के लिए आल-रुट पास और अख़बार का बिल। बस यही दो चीज़े थी जो ठीक थीं वरना तो हालत खराब ही थे। 

चाय पीते पीते ही नज़र पड़ी की YMCA, जय सिंह रोड, में किसी  सेमिनार का आयोजन था , एंट्री फ्री थी , दिन भी रविवार का था , बात सिर्फ इतनी थी की दिन कैसे गुजारा जाय।  खाली बैठूँ तो ख्याल परेशान कर देते है , और अपने आप से कोई कितना लड़ सकता था।  तो यही सोचा की चला जाय , कपड़े बदले और चल दिया।  कुछ न करने से कुछ करना भला , फिर यूँ भी उम्मीद थी की चाय-नाश्ते का तो आयोजक इंतज़ाम करता ही है। 

11 बजे आयोजन स्थल ,YMCA, पहुंच गया।  सेमीनार दो घंटे का था , पुरे ध्यान से, मनोयोग से सुना , और करना भी क्या था।  बस आंकलन वहीं गड़बड़ाया जब सिर्फ कॉफ़ी ही पीने  को मिली , आयोजक भी शायद मुझसे थोड़े ही अमीर रहे होंगे।  खाली पेट कॉफ़ी , पी ही ली जबकि पता थे की खाली पेट में दिक्कत हो सकती है , मगर खाली पेट भी तो दिक्कत ही थी। 

ठीक 2 बजे सेमीनार खतम , अब क्या करुँ , दोपहर का वक्त , ठीक ठाक सी भूख भी लगने लगी थी।  बाहर निकल कर सोच में पड़ गया की अब क्या करुँ ,किस तरफ जाऊँ।  कुछ देर रुक कर सोचता रहा फिर यूँ ही बेमकसद  सीधे हाथ की तरफ चल दिया। ख्याल में भी नहीं था की परमात्मा की तरफ चल पड़ा हूँ। कुछ दूर ही चला था की नज़र ''श्री बंगला साहिब गुरूद्वारे '' पर पड़ी , रुका और सोचा की चलो बाबा जी के दर्शन ही कर लें , यूँ भी परमात्मा ने मुझे कभी अकेला छोड़ा नहीं था , गुरूद्वारे पर मुझे सदैव आस्था रही है, बचपन से ही गुरूद्वारे से एक सम्बन्ध है। 

सोचते सोचते दरबार साहिब पहुंच ही गया , माथा टेका और दरबार में बैठ गया , थोड़ी ठंडक मिली शरीर को भी मन को भी , पर  कब तक बैठता , उठा और बाहर आ गया , बाहर निकलते निकलते अचानक भूख ने फिर अंदर से आवाज़ दे दी , मगर इस बार दिल और दिमाग दोनों ने ही पेट को तस्सल्ली दे दी की मिल जायगा कुछ , पक्का है।  क्योकि दरवाजा परमात्मा का था , मैं लंगर-खाने में जा के बैठ गया और कुछ देर में मेरा नंबर भी आ गया की जा के पंक्ति में बैठूँ। थाली -कटोरी-गिलास परोस दिए गए , बस अब इंतज़ार था भोजन (प्रसाद)का, और जो चीज़ उस बुजुर्ग सरदार ने मेरी कटोरी में डाली , मैं अवाक सा देखता ही रह गया , वो खीर थी , खीर , वही खीर जिसे खाने की इच्छा सुबह से ही थी।  वो मुझे यहाँ मिली , न पैसे की जरुरत थी , न मांगने की , मेरे परमात्मा ने मुझे अपने पास बुला , अपनी गोद में बिठा कर खिलाई।  बस आंसु टपके ही नहीं वरना निकल तो आए  थे।  अब मैंने सिर्फ खीर ही नहीं , पेट भर कर भोजन भी खाया। 

गुरु साहिब की लंगर परम्परा का दर्शन भी आज समझ आ गया था , लंगर एक भरोसा है की ईश्वर है, जो विश्वास दिलाता है की  तू अकेला और असहाय नहीं है। 

बस अब ये सोच रहा था की मेरी खीर खाने  की इच्छा पूरी करने को ईश्वर ने यहाँ बुलाया था या यहाँ बुलाना था इसलिए खीर की इच्छा मेरे भीतर पैदा की ! 

जिसके सिर ऊपर तू स्वामी , सो दुःख कैसा पावे  . . . . . 

एक नाम ओंकार। 


(आचार्य गोविंदम )

आस्था और ईश्वर - 2 

नोट :- आपके सुझाव आमंत्रित हैं , कृपया बताय जरूर 

   

सोमवार, 2 मार्च 2020

today's horoscope, आज का (03/03/2020) राशिफल :

आज का (03/03/2020) राशिफल :

1. मेष : मीठा बोले फायदा हो जायगा आज, डॉक्टर बदल कर भी देखे , बेवजह खर्च न करें , माता की तबियत सुस्त रह सकती है,विद्यार्थी फायदे में रहेंगे।

2. वृष : शर्त और शराब से दूर रहे आज, मेहनत का फल आज मिल ही रहा है , मन चंचल है आज, लाभ का फल व्यर्थ में न गवाँय।

3. मिथुन : खर्चा है आज , बेकार का सोचना छोड़े , जुबान की वजह से नुकसान न हो जाय , पार्टनर या साथी से बात करे रास्ता मिल ही जायगा।

4. कर्क : दिमाग लगाओ फायदा होगा , काम में चुनौती मिल रही है चिंता न करना , घर खर्च बढ़ता दिख रहा है , बॉस को खुश  रखें।

5. सिंह : विदेशी काम  दे रहे है आज, बचत खर्च हो रही है , दिन आपका है  ध्यान से, सफलता मिल रही है , छात्र विचलित न हो आज।

6. कन्या : कार्यालय में मेहनत ज्यादा है आज , मनमुताबिक परिणाम नहीं है , जेब संभाल कर , वाहन पर खर्चा होगा, यात्रा की सोच रहे है।

7. तुला : साथी के साथ समय बीत रहा है , पैसा आने की सम्भावना बनती है , ड्राइविंग आराम से करे।

8. वृश्चिक : कमाई के लिए आज काम ज्यादा  करना होगा , मन खुश रहेगा , माता पिता को समय दे , कड़वे बोल नुकसान भी देते है।

9. धनु : अनिश्चेय की हालत है , कुछ दिनों में  रुका धन मिल सकता है , छात्रों के लिए दिन अच्छा , बीबी से लड़ के कोई फ़ायद नहीं।

10. मकर : सुस्त न रहे, काम करो आज फायदा होगा , मन खुश रहेगा , गलत काम न करे , ज्यादा  सोचे नहीं नींद खराब होगी , विरोधी कुछ नहीं कर पायंगे।

11. कुंभ : घर की तरफ ध्यान देना होगा , मन को भटकन न दे , दिल अगर मना  करे  तो वो काम मत करे , संतान को समझाय लड़े नहीं।

12. मीन : खुशामद करके काम करवा लेना आज, जल्दी ही काम को निपटाना टालना मना है , सोच समझ कर पैसा निकाले।

ॐ भगवते वासुदेवाय नमः

आचार्य गोविंदम
(आपके सुझाव आमंत्रित है )

रविवार, 1 मार्च 2020

today's (02/03/2020)horoscope

आपका आज का दिन (02/03/2020)

1. मेष : आय होगी , किसी के आगमन का समाचार , चोट लग सकती है ध्यान से , संतान से संतुष्टि , घर की बड़ी महिलाओ का ध्यान रखें।

2. वृष  : गले, दांत और पेट का ख्याल रखें , प्रॉपर्टी में ध्यान रखे , कामकाज का दिन है आज , आराम भी रहेगा।

3. मिथुन : दोस्तों से मिलो आज , बस जेब और पेट का ख्याल रखना , बुजुर्गो का सम्मान करें , तारीफ होगी आज।

4. कर्क  : विरोधि आज कुछ नहीं कर पाएंगे , मगर बीबी से बना कर रखना , लाभ मिलेगा आज , कार्यलय में संतोष रहेगा।

5. सिंह  : पार्टनर और साथियो से लाभ मिलेगा , बॉस खुश होगा , बस खरचा हो सकता है आज ,दिखावे पैर न जांय।

6. कन्या : कार्यक्षत्र में परेशानी , घर के जरूरते बढ़ सकती है , काम में बदलाव के संकेत।

7. तुला  : बिना जरुरत का खर्चा होगा, मगर पहचान बड़ेगी , बचत में सेंध न लगायें , सब्र रखे।

8. वृश्चिक : जुबान पर लगाम रखें , काम में रास्ता निकलेगा , घर पर भी ध्यान देना होगा , बच्चे कुछ मांग रखेंगे।

9. धनु  : वहम और अनिश्चेय के हालत है आज , उम्मीद के खिलाफ कोई साथ मिलेगा , पेट का ध्यान रखे , मीठी जुबान से काम निकल सकता है।

10. मकर : सुस्त मत रहना आज, दिखावा नहीं करना,संतुलन रखोगे तो काम बनेगा।

11. कुंभ  : सर भारी , बेवजह के काम ,,साथियो से सही रहे, जेब को पकड़ कर रखे।

12. मीन : फालतू खर्चा न करो आज, काम की उलझन ठीक करो , लाभ मिलेगा , जल्दबाजी ठीक है मगर ध्यान से।

solar sclipse, ग्रहण कुंडली 21/6/2020

With the blessing of my Guru Sh. K.N.Rao Ji and Lt. Sh. Col. Ashok Gaur, I am here again with my new Write up on mundane astrology . Ec...