earthquake

बुधवार, 22 जनवरी 2020

farewell, vidai samaroh, teacher, विदाई समारोह

माफ़ करना मैं आज के विदाई समारोह में नहीं शामिल हो पाया।  और यू भी विदाई जरुरी होने के बावजूद भी पसंद हो जरुरी तो नहीं। समझता हूँ की विदाई मात्र रस्म भर ही होती है यूँ  मात्र विदा कर देने से कोई विदा थोड़े ही होता है। जिस से ज़माने भर की शिकायतें हों उनको भी नहीं भुलाया जा सकता और तुम से तो कोई शिकायत हो ही नहीं पाई , कोशिश करके भी क्या होता तुमने कभी मौका ही नहीं दिया की कोई कमी तलाशी जाय और फिर कोई जिद भी नहीं थी कमी तलाशने की।

एक अध्यपिका को जैसा होना चाहिए था तुम बिलकुल वैसी ही थी , उन नन्हे बच्चो की प्यारी मैडम।

तुम एक बेहतरीन सहयोगी भी थीं , याद नहीं पडता की तुमसे कभी कोई शिकायत हो न मुझे और न किसी और सहयोगी को।

तुम्हारा कार्यकाल एक स्वच्छ और विवादों से परे ही रहा , तुमने हमेशा अपने सीनियर साथियो का सम्मान रखा और जूनियरों से दोस्ताना सम्बन्ध रखा।  शिक्षित साथियो को कैसा होना चाहिए तुम इसका एक उदाहरण हो। तुमने कभी मुझसे नहीं कहा की ये कक्षा छोटी है मैं नहीं पढ़ा सकती बल्कि इस बार तो तुमको बिलकुल छोटी कक्षा दी थी, याद है न की उस दिन तुम रोने लगी थी शायद तुमको पहली बार शिकायत हुई थी मगर जब तुमको इसका कारण बताया गया तो तुमने पुरे लगन के साथ उस कार्य को किया और हमको मनमाफिक परिणाम दिए।

अपने पुरे कार्यकाल में तुमने कभी चहेता बनने के लिए मीठे मीठे शब्दों का सहारा नहीं लिया बल्कि अपने काम की वजह से तुम चहेती बनी , हैरानी ही रही हमेसा मुझे की तुमने हमेसा खुद को दूसरों  की परछाइयों से बचा के ही रखा और अपना वजूद अपने काम से बनाया।

कमाल है न की कोई भी ऐसा नहीं जो तुमको नापसंद करे, बहुत मुश्किल होता है ऐसा कर पाना या ऐसा हो पाना।  तुम्हारी कमी खलेगी मुझे भी और उन बच्चों को भी।

अब तुम्हारा नया जीवन शुरू होने को है और उम्मीद है की तुम वहां भी सबकी चहेती  रहोगी , ईश्वर करे तुम सदा ऐसी ही सरल रहो और सफल भी रहो।

हमारी दुआऐ ,हमारा प्यार और आसिर्वाद तुम्हारे साथ है।  खुदा तुमको खुश रखे। 

1 टिप्पणी:

solar sclipse, ग्रहण कुंडली 21/6/2020

With the blessing of my Guru Sh. K.N.Rao Ji and Lt. Sh. Col. Ashok Gaur, I am here again with my new Write up on mundane astrology . Ec...